भारतवर्ष के प्राचीन तपस्यारत ऋषि मुनियों ने अनूठी आध्यात्म विद्या अपूर्ण विशव को प्रदान है । अध्यात्म में उन्नति हेतु चक्रों के जागरण एवम कुंडलिनी शक्ति के सक्रियकरण के लिए जिस ऊर्जा , तेज एवम अग्नि की आवश्यकता होती है ----- उसके अनेक उपाय हैं जिसमें एक शक्तिशाली एवं सर्वसिद्ध उपाय है ----- मन्त्र साधना
*विशेष बिंदु --- अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ध्यान गुरु " अर्चना दीदी " की दिव्य उपस्तिथि*
मंत्र शक्ति साधना शिविर के लाभ
* मंत्र सिद्धि द्वारा मनोकामना पूर्ति ।
* चक्रों एवं कुंडलिनी शक्ति का सक्रियकरण
* भीतर निहित क्षमताओं, सम्भावनाओं एवं शक्तियों का जागरण ।
* मन की एकाग्रता में वृद्धि ।
* मन, बुद्धि एवं शरीर की पवित्रता।
* शारीरिक एवं मानसिक रोगों ( तनाव, अनिंद्रा ) आदि के उपचार में सहायक ।
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